Ravi Pradosh Vrat 2022 : मान - सम्मान - यश - कीर्ति के लिए करे रविप्रदोष

Kushal Bhansali
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 Ravi Pradosh Vrat 2022 : मान - सम्मान - यश - कीर्ति के लिए करे रविप्रदोष 

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Ravi Pradosh Vrat 2022 : मान - सम्मान - यश - कीर्ति के लिए करे रविप्रदोष


रवि प्रदोष ।। 26 जून ।। बड़ा रविवार 

प्रदोष व्रत (Ravi Pradosh Vrat 2022) हमारे भोलेभंडारी भगवान शिव जी पूजा का महत्वपूर्ण दिन होता है । इस दिन भगवान शिव की पूजा आराधना के समय हम उन्हें कुछ विशेष चीज अगर अर्पित करते हैं तो भगवान शिव हमारे जीवन से सर्वदा के लिए दुख ,दरिद्रता , बड़ी से बड़ी विपदा को दूर कर देते हैं । 


वैसे देखे तो हर महीने के दोनों पक्षों में यानी कृष्ण पक्ष के और शुक्ल पक्ष के त्रयोदशी तिथि को प्रदोष का पावन व्रत किया जाता है ।


कहा जाता है। इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है क्योंकि दुनिया के हर दोष को दूर करने वाले जो देवता है वो भगवान शिव हैं महादेव है । 


उनकी कृपा से तमाम मनोकामनाएं पूरी हो ही जाती है। अलग अलग दिन पड़ने वाला प्रदोष अलग - अलग महिमा ले करके आता है और उसका अलग अलग प्रभाव हमे महसूस भी होता है। 


रविवार के दिन जब प्रदोष पड़ता है तो इसे रवि प्रदोष कहते हैं। इस बार रवि प्रदोष का जो व्रत है जो पर्व है वो 30 जनवरी 2022 रविवार के दिन है ।। 


यदि आपका कोई सम्मान नहीं करता कोई आपको मान नहीं देता है यदि आप अपने आप को तेजस्वी बनाना चाहते हैं ताकि लोग आपसे आपके पास है और आपका नाम यश सभी जगह फेले इसलिए रविवार के उत्तम दिन पर प्रदोष के इस पावन पर्व पर आपको एक आसान सा उपाय करना है । 


 देखिए साथ ही रवि प्रदोष व्रत (Ravi Pradosh Vrat 2022) रखने से अच्छे स्वास्थ्य के और लंबी आयु की प्राप्ति होती है। इस व्रत से नाम यश और मान सम्मान भी मिलता है।


 रवि प्रदोष (Ravi Pradosh Vrat 2022) के व्रत से सूर्य संबंधी समस्याएं भी निश्चित रूप से दूर हो जाती हैं यानी सेहत का भी फायदा होता है और सूर्य से जुड़ी कुंडली मे  जो मुश्किलें हैं वो भी समाप्त हो जाती है। 


रविवार को प्रदोष काल मे सुर्यास्त से 45 पूर्व और 45 मिनिट बाद तक इस दौरान पूजा करते है तो अधिक फल मिलता है । रवि प्रदोष (ravi pradosh) के दिन स्नान करके सफेद वस्त्र धारण कीजिए। 


इसके बाद अपने लिए पूजा करनी है तो नमः शिवाय जपे दूसरे के लिए करनी है तो ओम नमः शिवाय का जप करिए। 


रात के समय पूजा (shiv pooja) ज्यादा महत्वपूर्ण है तो रात के समय भगवान शिव के सामने घी का दीपक जलाकर  शिव मंत्र का जप कीजिए। दीपक में कुमकुम डाले ।। इसे आपके जीवन मे तेज की प्राप्ति आपको होगी ।


 अगर आपका सूर्य गड़बड़ है और आप सूर्य को मजबूत करना चाहते हैं तो रवि प्रदोष (ravi pradosh vrat) पर शिव जी को जल और बेलपत्र चढ़ाये उनको सफेद वस्तु का भोग लगाइए मिश्री का पंचामृत का या खीर का। 


जल में गुड़हल का लाल पुष्प डाके ओर अभिषेक करें । या एक गुलाब का फूल भगवान की चढ़ाए ।। इससे जीवन मे आ रही सूर्य से जुड़ी परेशानी दूर होगी ।।


भाव से करे क्योंकि भाव से ही बेड़ा पार होता है ।।

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